चंडीगढ़.निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि देश में की गई नोटबंदी पूरी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वेल प्लांड डकैती थी। इसने देश के अमीर लोगों को और अमीर किया, जबकि गरीब लोगों को और गरीब किया। मोदी सरकार को बने चार साल हो चुके हैं, लेकिन यह सरकार विदेशों से ब्लैक मनी वापस नहीं ला पाई है।
सीबीआई भी सुप्रीम कोर्ट में एफीडेविट दे चुकी है कि देश के 90 लाख करोड़ रुपए आज भी विदेशों में ब्लैक मनी के रूप में पड़े हैं। दो साल पहले हुई नोटबंदी के कारण छोटे व्यापार करने वालों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ।
रघुराम राजन को क्यों हटाया, पता नहीं: चंडीगढ़ में एक प्रेस काॅन्फ्रेंस करते हुए शुक्रवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने ब्लैक मनी के करोड़ों रुपए रखने वाले 17 लोगों को आइडेंटीफाई करके उनकी लिस्ट बनाई थी, लेकिन वो लिस्ट आज तक सार्वजनिक नहीं की गई। उस लिस्ट को सार्वजनिक करना चाहिए। अभी तक सरकार ने यह भी नहीं बताया कि रघुराम राजन को आरबीआई के गवर्नर के पद से क्यों हटाया गया। वो एक तरह से आरबीआई के सचिन तेंदुलकर थे।
नोटबंदी से 90 लाख करोड़ का नुकसान और रुपया कमजोर हुआ :
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि जिन 17 लोगों की रघुराजन ने ब्लैक मनी को लेकर लिस्ट बनाई थी, उन लोगों ने राजनेताओं की मदद से बैंकों से बड़े लोन लिए थे, लेकिन उन लोगों के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। सरकार बताए कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से देश को 90 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है। इससे डाॅलर और मजबूत हुआ है और भारत की करंसी नीचे गिरी है।
15-15 लाख कहां गए, पता नहीं :
सिद्धू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि काला धन वापस आएगा और सबको 15-15 लाख रुपए मिलेंगे, लेकिन आज तक वो पैसे नहीं आए। वो कहां गए। मोदी ने जो 15-15 लाख रुपए देने का वादा किया था, वह पब्लिक से बहुत बड़ा धोखा था।
उन्होंने कहा कि नीरव मोदी और माल्या जैसे बड़े ठगी करने वालों के वकील बीजेपी के सीनियर नेताओं के बच्चे हैं। इससे साफ है कि इन बड़े ठगों से सरकार की मिलीभगत है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से अमित शाह जैसे लोगों और उनके बैंकों को फायदा हुआ है।
नोटबंदी से 99.3 परसेंट पैसा आ गया तो कहां थी ब्लैक मनी :
नोटबंदी के बाद 99.3 परसेंट पैसा वापस आया है, 0.7 परसेंट पैसे रह गए हैं। यह कोई बड़ी रकम नहीं है, जिसे लेकर ब्लैक मनी का हौवा बनाया जाए। दूसरे देशों ने भी नोटबंदी की है, लेकिन वहां पहले छोटे नोट तैयार किए गए, िफर नरेंद्र मोदी ने तुगलकी फरमान जारी कर दिया।
10 हजार करोड़ बदलने के लिए खर्च किए 12 हजार करोड़ रुपए :
सिद्धू ने कहा कि मोदी के वादे बांस की तरह अंदर से खोखले हैं। ये बाहर से देखने में तो बड़े दिखते हैं, लेकिन अंदर कुछ नहीं होता। ब्लैक मनी कहां थी, जिसके लिए नोटबंदी की गई। इसमें जिन लोगों की मौत हुई, उसके लिए कौन जिम्मेदार हैं।
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