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Posted by Surinder Verma on Tuesday, June 23, 2020

मकसूदां सीरियल बम ब्लास्ट मामला: कश्मीरी स्टूडेंट्स का दावा- उन दोनों ने किए थे 4 सीरियल ब्लास्ट और एक ने पहन रखी थी कैंची चप्पल

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जालंधर। थाना मकसूदां सीरियल बम कांड ट्रेस कर चुकी पुलिस ने अब उस शख्स की तलाश में ऑपरेशन चला रखा है, जो विधिपुर फाटक के पास सेंट सोल्जर कॉलेज के बीटेक स्टूडेंट शाहिद क्यूम (22) और फाजिल बशीर पिंचू (23) को 4 हैंड ग्रेनेड देकर गया था। इंटेलीजेंस विंग और पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर सारा दिन डिलीवरी ब्वॉय को ट्रेस करने के लिए पूछताछ करते रहे। मंगलवार को शाहिद ने माना कि उसे ही ब्लैकबेरी मैसेंजर एप (बीबी पिन) से ही डिलीवरी देने वाले युवक का मैसेज आया था। पहले मकसूदां एरिया में डिलीवरी दे रहा था, मगर उसने विधिपुर आने के लिए कहा। वह और फाजिल विधिपुर फाटक पहुंच गए। तारीख तो ठीक से याद नहीं, शायद 8 या 9 सितंबर की शाम थी। विधिपुर फाटक हाईवे पार कर करीब 22-23 साल का एक युवक आया। वह कश्मीरी बोल रहा था।

वह कश्मीरी ही था, उसके पैरों में कैंची चप्पल थी
शाहिद कहता है कि- उसने मुंह पर रुमाल बांधा था, फिर कहता है कि नहीं चेहरा देखा था। वह कश्मीरी ही था। उसके पैरों में कैंची चप्पल थी। जब पूछा कि- ये बात कैसे पता कि उसने कैंची चप्पल पहन रखी थी तो बोला, जब वह सड़क पार कर उनके पास आ रहा था तो कैंची चप्पल की एक फीती निकल गई थी तो वह हाथ में चप्पल पकड़कर ठीक कर रहा था। इंटेलीजेंस और पुलिस मान कर चल रही है कि ये कश्मीरी लोकल एरिया में रहता है, क्योंकि अगर डिलीवरी देने वाला शख्स कहीं दूर से आया होता तो वह कैंची चप्पल पहन कर न आता। इसलिए पुलिस ने विधिपुर के आसपास इलाकों पर फोकस किया है।
इन्होंने फेंके थे ग्रेनेड

शाहिद बोला- मीर ने एसएचओ के दफ्तर पर फेंका था ग्रेनेड
रिमांड के पहले दिन सीपी भुल्लर ने टीम के साथ जम्मू पुलिस के एएसआई अब्दुल क्यूम के बेटे शाहिद क्यूम और कृषि विभाग के हेड क्लर्क बशीर अहमद पिंचू के बेटे फाजिल से दिनभर पूछताछ की। दोनों आरोपी मानते हैं कि वे बम कांड में शामिल थे, मगर हैंड ग्रेनेड उन्होंने नहीं फेंके। दोनों ट्रेंड आतंकी अपनी-अपनी कैपरी की जेब में दो-दो हैंड ग्रेनेड छिपा कर लाए थे। वे सूरत नगर पीजी से पैदल ही आए थे। एएसआई का बेटा शाहिद कहता है कि- मीर रउफ अहमद उर्फ रउफ एसएचओ के दफ्तर वाली दीवार के पीछे गया था। वह मिल्क बार के पास खड़ा हो गया। वहीं, फाजिल कहता है कि- वह मीर उमर रमजान उर्फ गाजी के साथ गया था।

शाहिद का दावा है कि- मीर ने एसएचओ और हवालात की ओर हैंड ग्रेनेड फेंके तो फिर गाजी ने थाने के दूसरी साइड से। चारों तरफ धुआं फैल गया था। शाहिद का दावा है कि- वह दौड़ कर मकसूदां फ्लाईओवर के पास पहुंच गया तो फाजिल आतंकी गाजी और मीर के साथ डीएवी कॉलेज की ओर निकल गए। यहां से ऑटो में बैठकर बस अड्डे के काउंटर नंबर-10 पर मिले थे। पुलिस को दोनों की बात पर यकीन नहीं है।

अवंतीपुरा में जेएंडके पुलिस का स्पेशल ऑपरेशन
जम्मू पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन यूनिट ने अवंतीपुरा में ट्रेंड आतंकी मीर रउफ अहमद उर्फ रउफ और मीर उमर रमजान उर्फ गाजी को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चला रखा है। उनकी जांच में ये बात आ रही है कि मूसा के एरिया कमांडर आमिर के साथ दोनों आतंकी साउथ कश्मीर में एक्टिव हैं। बता दें कि सोमवार को 52 दिन की जांच के बाद मकसूदां बम कांड ट्रेस करते हुए पुलिस ने शाहिद और फाजिल को अरेस्ट किया था। ये दोनों पहले सूरत नगर में पीजी में रहते थे, मगर मई में गुरु अमर दास नगर पीजी में आंटी के पीजी में शिफ्ट कर गए थे। दोनों ट्रेंड आतंकी 13 सितंबर को फ्लाइट से मोहाली आए थे। वहां से बस से जालंधर। दोनों को शाहिद और फाजिल ने रिसीव कर सूरत नगर स्थित पीजी में दोस्त सद्दाम हुसैन के पास रुकवाया था। पुलिस हुसैन और उसके दो दोस्तों से पूछताछ कर चुकी है।

आठवीं तक साथ पढ़े आरोपी…

पूछताछ में शाहिद क्यूम और फाजिल बशीर पिंचू ने दावा किया है कि- आतंकी मीर रउफ अहमद और मीर उमर रमजान आठवीं तक साथ पढ़े हैं। दोनों फरार आरोपी तराल के रहने वाले हैं। आरोपी कहते हैं कि वे लोग इंजीनियर बनने के लिए जालंधर आए थे। जब गांव जाते तो कभी-कभार उनसे मुलाकात हो जाती थी। उन्हें नहीं पता कि- उनकी फैमिली क्या करती है।

आतंकियों को सौंपनी थीं आरडीएक्स, एके 56
शाहिद और फाजिल की गिरफ्तारी के बाद इंटेलीजेंस विंग मान रहा है कि- सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग के शाहपुर कैंपस के होस्टल से पकड़े गए स्टूडेंट जाहिद गुलजार, यूसुफ रफीक भट्ट और सेंट सोल्जर कॉलेज के स्टूडेंट मोहम्मद इदरिश शाह मूसा के स्लीपर सेल ही थे। उसने इनका इस्तेमाल असलहा उठाने के लिए किया था। सुहैल अहमद खान और दानिश रहमान मूसा का करीबी रहे हैं।

रिमांड खत्म होने पर डाली जाएगी दोनों की गिरफ्तारी
पुलिस ने शाहिद और फाजिल को आरडीएक्स और एके 56 के मामले में अरेस्ट किया है। दोनों को कोर्ट में इसी केस में पेश कर रिमांड पर लिया है। पुलिस ये पता करना चाहती थी कि सुहैल से इनके तार तो नहीं जुड़े। क्योंकि सुहैल के मोबाइल पर अलकायदा के कश्मीरी आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद (एजीएच) के चीफ जाकिर रशीद भट्ट उर्फ मूसा के करीबी व एरिया कमांडर आमिर के मोबाइल से 'आलू' आने का मैसेज आया था। पुलिस 4 दिन का रिमांड खत्म होने के बाद मकसूदां बम कांड में शाहिद और फाजिल की गिरफ्तारी डाल कर रिमांड पर लेगी। संभावना है कि पुलिस जेल भेजे जा चुके सुहैल और उसके साथी भी बम कांड में प्रोडक्शन वारंट पर ला सकती है, ताकि आमने-सामने पूछताछ की जा सके। पुलिस को अब फरार दोनों आतंकियों की तलाश है ताकि पूरा खुलासा हो जाए।

खुलेंगी परतें…
– 14 सितंबर को मकसूदां थाने पर 4 सीरियल ब्लास्ट हुए।
– हमले में एसएचओ और दो हवलदार हुए थे जख्मी।
– अब तक 4 कश्मीरी स्टूडेंट पकड़े जा चुके हैं।
– अरेस्ट स्टूडेंट कश्मीरी आतंकी मूसा के करीबी निकले।
– ब्लास्ट और असलहा लाने में इनका किया गया इस्तेमाल।

– दोबारा भी करनी थी वारदात, सही टाइम पर स्पेशल ऑपरेशन यूनिट (जम्मू) को पता लग गया।
– पुलिस को अब फरार दो आतंकियों की तलाश है।

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