वॉशिंगटन.अमेरिका में हुए मध्यावधि चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी ने हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स और रिपब्लिकंस ने सीनेट पर कब्जा कर लिया। डेमोक्रेटिक पार्टी के 4 भारतीय-अमेरिकी दोबारा संसद (कांग्रेस) पहुंचने में कामयाब रहे। विस्कॉन्सिन में डेमोक्रेट जोश कौल ने इतिहास रच दिया। अटॉर्नी जनरल बनने वाले वह पहले भारतीय-अमेरिकी बने। इसके अलावा 11 भारतीय मूल के अमेरिकियों ने स्टेट असेंबली में जीत हासिल की। 6 नवंबर को हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की सभी 435 और सीनेट की 35 सीटों के लिए चुनाव हुआ था।
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इलिनॉय से राजा कृष्णमूर्ति दोबारा चुने गए। उन्होंने भारतीय मूल के रिपब्लिकन उम्मीदवार जेडी दिगंकर को 30% पॉइंट के अंतर से हराया। तीन बार सांसद रहे डॉ. अमी बेरा कैलिफोर्निया से चौथी बार चुने गए। उन्होंने रिपब्लिकन उम्मीदवार एंड्रयू ग्रांट को हराया।
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सिलिकॉन वैली से डेमोक्रेट रो खन्ना ने रिपब्लिकन रॉन कोहेन को 44% पॉइंट के अंतर से हराया। खन्ना के मुताबिक, हमारा कैंपेन शानदार रहा। मैं लोगों का आभारी हूं कि मुझे फिर से कांग्रेस में प्रतिनिधित्व का मौका मिला। डेमोक्रेट्स को हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में जो बहुमत मिला है, इससे आर्थिक और विदेश नीति पर फर्क पड़ेगा।
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वहीं डेमोक्रेट प्रमिला जयपाल ने रिपब्लिकन पार्टी के क्रेग केलर को हराया। हाउस ऑफ रिप्रेंजेटेटिव्स में पहुंचने वाली भारतीय मूल की अकेली महिला हैं। प्रमिला ने कहा कि हम सरकार की शाखाओं के बीच सत्ता का संतुलन बनाए रखेंगे। हमारा मुख्य विरोध राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नकारात्मक नीतियों को लेकर होगा।
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विस्कॉन्सिन राज्य में जोश कौल अटॉर्नी जनरल बनने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति बने। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी के ब्रेड शीमल को हराया। केंटुकी असेंबली में डेमोक्रेट नीमा कुलकर्णी ने रिपब्लिकन जोशुआ न्यूबर्ट को हराकर असेंबली में पहुंचीं। नीमा वकील हैं और खुद की लॉ फर्म चलाती हैं।
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अमीश शाह ने पहली बार चुनाव में जीत हासिल की। वह एरिजोना असेंबली के लिए चुने गए। केविन थॉमस न्यूयॉर्क असेंबली के लिए चुने गए। मुजतबा मोहम्मद ने नॉर्थ कैरोलिना राज्य सीनेट के लिए चुने गए। मोहम्मद काउंसिल फॉर चिल्ड्रन राइट्स में स्टाफ अटॉर्नी रह चुके हैं।
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व्यवसायी जय चौधरी नॉर्थ कैरोलिना राज्य सीनेट के लिए दोबारा चुने गए। रिपब्लिकन नीरज अटानी (27) ओहियो के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए चुने गए। नीरज अमेरिकी सदन के लिए चुने जाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय अमेरिकी हैं। साथ ही वह ओहियो असेंबली में चुने जाने वाले दूसरे भारतीय अमेरिकी बने।
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वॉशिंगटन स्टेट सीनेट में मेनका धींगरा और वंदना स्लेटर दोबारा चुनी गईं। इनके अलावा टेनेंसी से सबी कुमार, कैलिफोर्निया से ऐश कालरा और मैरीलैंड से कुमार बर्वे चुने गए।