जीटी रोड के करीब प्रस्तावित एचएसवीपी यानि हुडा के सेक्टर-5 व 6 पर एक बार फिर से बड़ी हरकत हुई है। इन सेक्टर पर विकास कार्य करने के लिए जो एस्टिमेंट आला कमान को भेजे गए थे वह वापिस स्थानीय कार्यालय में भेज दिए हैं। कारण ले आउट फाइनल न होना है। इसके साथ करीब सवा सौ जमीन का एस्टिमेट तैयार करना बताया था। करीब 90 प्रतिशत किसानों ने जमीन का मुआवजा उठा लिया है। इससे अब यह जमीन करीब ढाई सौ एकड़ हो गई है। जमीन बढ़ने से इन सेक्टर का एस्टिमेट भी बढ़ गया है। अब करीब नौ करोड़ से यहां सीवर, पेयजल, रोड व पार्कों को विकसित किया जाएगा। इस संदर्भ में अब जमीन की पुख्ता जानकारी के लिए एलओ रोहतक से जमीन का रिकार्ड मांगा गया है। ताकि एस्टिमेट जो आला कमान को भेजे जा रहे हैं उनमें इस बार कोई पेंच न फंसे।
सेक्टर-5 व छह के विकास के लिए पहले करीब पांच करोड़ का एस्टिमेट बनाकर निदेशालय काे भेजा गया था। यह एस्टिमेट भेजने के बाद आला कमान ने ले आउट चेक किया। ले आउट फाइनल न होने से ही एस्टीमेट वापिस कर दिए। हुडा अधिकारियों ने भी पहले हुई चूक के चलते अब हर चीज पर होमवर्क किया है। इसलिए दोनों सेक्टरों की जमीन कर रिकार्ड एलओ रोहतक कार्यालय से जुटाया जा रहा है। ताकि ले आउट पर अंगूली न उठे।
हुडा ने एलओ रोहतक से मांगा जमीन का रिकाॅर्ड, ताकि डिमार्केशन से हो काम
मास्टर रोड का काम हाल ही में हुआ है शुरू
करीब 12 साल से लटके इन सेक्टर को बसाने की तैयारी जोरों पर है। हाल ही में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने मास्टर रोड पर काम शुरू किया था। सेक्टरञ-5 व छह को इस मास्टर रोड से जीटी रोड तक जोड़ा जाएगा। सेक्टर-7 से इन की क्नटिविटी की जाएगी। दोनों सेक्टर को जोड़ने के लिए 900 मीटर लंबा मास्टर रोड बनाया जाएगा। इस पर दो करोड़ खर्च किए जाएंगे। यह रोड 30 मीटर चौड़ा होगा।
तीन हजार प्लाट होंगे, कई गांवों की जमीन पर प्रस्तावित
सेक्टर-5 व 6 के लिए रायपुर, फाजिलपुर की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। यह करीब 250 एकड़ जमीन है। इस जमीन पर सेक्टर फ्लोट होने के बाद करीब तीन हजार प्लाट लोगों को मिलेंगे। चार मरला, 10 मरला, एक कनाल सभी साइज के प्लाट इनमें होगी। इससे सेक्टर में प्लाट खरीदकर अाशियाना बनाने की उम्मीद लगाए बैठे लाेगाें काे अवसर मिलेगा।
समस्या : सेक्टर बसने में इसलिए देरी हुई
हुडा ने लंबे समय से कोई रिहायशी सेक्टर सोनीपत को नहीं दिया है। पांच व छह सेक्टर कई साल पहले आबाद हो जाने थे। लेकिन जमीन के मुआवजा का पेंच फंस गया। किसानों ने कम मुआवजा दिए जाने का विरोध कर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद कोर्ट में मामला चलता रहा। अब जमीन का मुआवजा किसानों को बढ़कर मिल चुका है। हुडा अधिकारियों ने बताया कि करीब 90 प्रतिशत किसान मुआवजा उठा चुके है। ऐसे में सेक्टर को जल्दी ही फ्लोट करने पर काम शुरू कर दिया है।
90 % किसानों ने उठाया मुआवजा
<img src=\"images/p2.png\"प्रस्तावित सेक्टर-5 व छह के पहले जो एस्टीमेट बनाकर भेजे गए थे वह आला कमान ने वापिस स्थानीय कार्यालय में भेज दिए थे। इसका कारण ले आउट फाइनल न होना है। ऐसे में अब इस्टेट शाखा दोबारा से इस पर काम कर रही है। अब जमीन करीब 250 एकड़ के करीब हो गई है। इसका कारण जमीन का मुआवजा करीब 90 प्रतिशत किसानों ने उठा लिया है। राजकुमार, हुडा एक्सईएन सोनीपत।
9 करोड़ के विकास कार्य होंगे
<img src=\"images/p2.png\"सेक्टर-5 व छह को बसाने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। जमीन बढ़ने पर अब सेक्टर- 5 व छह पर करीब नौ करोड़ से विकास कार्य किए जाएंगे। सीवर, पेयजल, रोड की सुविधा यहां होते ही आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। देवेंद्र मलिक, हुडा एसडीओ सोनीपत।
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