विनीत राणा, मोहाली.चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजेज (सीजीसी) लांडरां में मंगलवार आधी रात को स्टूडेंट्स ने बवाल कर दिया। फर्स्ट समेस्टर के स्टूडेंट्स ने अपने सीनियर को बताया कि न्यू हॉस्टल के वार्डन संजीव कुमार ने रूम में बुलाकर उससे गलत काम करने का प्रयास किया।
सभी स्टूडेंट्स वार्डन से बात करने के लिए उसके रूम नंबर-505 में गए तो वहां ताला लगा हुआ था। स्टूडेंट्स ने कॉलेज प्रबंधन, वार्डन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रबंधन ने जब वार्डन के बारे में कुछ नहीं बताया तो स्टूडेंट्स ने हॉस्टलों के शीशे तोड़ने शुरू कर दिए। जो सामने दिखा, उसे तोड़ दिया।
देर रात सोहाना पुलिस पहुंची और हंगामा देखकर एसएसपी को बताया। इसके बाद डेराबस्सी एएसपी हरमनदीप हंस व अन्य कई थानों के इंस्पेक्टर अपने मुलाजिम लेकर यहां पहुंचे। स्टूडेंट्स से बचाकर आरोपी वार्डन को अपने साथ लेकर जाने लगे। स्टूडेंट्स ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
रात करीब ढाई बजे प्रबंधन के पास छुपे वार्डन को पुलिस थाने ले गई। रात को फेज-6 सिविल अस्पताल में मेडिकल करवाकर बुधवार सुबह कोर्ट में पेश कर उसे पटियाला जेल भेज दिया गया। पुलिस ने वार्डन के खिलाफ आईपीसी की धारा 342,377,506 और 511 के तहत केस रजिस्टर्ड किया है।
पीड़ित की जुबानी… मैंने सोचा पिता के नाते समझा रहे हैं :
हिमाचल से कुछ महीने पहले पढ़ने आया हूं। मैं बसेरा ब्वॉयज हॉस्टल में रहता हूं। मंगलवार शाम 7 बजे मैं हॉस्टल कैंपस से बाहर सड़क किनारे सिगरेट पी रहा था। वार्डन वहां आ गया। बोला- मैनेजमेंट को तेरी करतूत के बारे बताता हूं। मैं डर गया। वार्डन से माफी मांगते हुए किसी को कुछ न बताने की गुहार लगाता रहा।
वार्डन मुझे कैंपस में ले गया। मैनेजमेंट रूम के बाहर बसेरा हॉस्टल के वार्डन मिले। संजीव ने उससे कहा कि ‘लड़का शरारती हो गया है, इसे डराने के लिए लेकर आया ताकि पढ़ाई में मन लगे। दूसरे वार्डन के जाते ही संजीव मुझे डांटने लगा। कहा, मैनेजमेंट से तो बचा लिया लेकिन तेरे घर जरूर बताऊंगा। चल तेरे पापा का फोन नंबर दे।
फिर वार्डन ने मेरे सिर पर हाथ रखते हुए कहा कि तू मेरे बच्चों जैसा है, छोड़ दे यह गंदे काम। इसके बाद संजीव ने मुझे जाने के लिए कहा और मैं सीधा अपने रूम में चला गया। करीब 11 बजे मोबाइल पर संजीव ने फोन कर कहा कि उसके रूम में आओ, कोई जरूरी बात करनी है। उसके रूम में गया तो वार्डन ने मुझे बाजू से पकड़ा और हग कर लिया। बोला तू मेरा बच्चा है। फिर गर्दन पर किस करने लगा और मेरी पेंट खोलने लगा। मैंने उसे धक्का दिया और सीधा 8वीं मंजिल पर अपने सीनियर को पूरी बात बताई।
}मुश्किल से आरोपी को बाहर निकाला :
मंगलवार रात करीब ढाई बजे तक हंगामा चलता रहा। कैंपस में काफी पुलिस फोर्स तैनात हो गई थी। पुलिस को खतरा था कि कहीं स्टूडेंट्स वार्डन संजीव को मार न दें। पुलिस स्टूडेंट्स को शांत करने का प्रयास करते रहे, लेकिन वे नहीं माने। रात करीब ढाई बजे मैनेजमेंट के पास से वार्डन को साथ लेकर उसे बाहर निकाला। जब उसे लेकर गए तो स्टूडेंट्स ने पुलिस की गाड़ी पर पत्थर भी मारे। स्टूडेंट्स ने हॉस्टलों के शीशे, फर्नीचर, वॉशरूम व रूम्स में तोड़फोड़ की।
}नौकरी से निकाला, जांच करेंगे:
कॉलेज के एमडी सतनाम संधू ने बताया कि रात को पता चला था कि स्टूडेंट्स ने तोड़फोड़ की है। बुधवार सुबह कैंपस गया और स्टूडेंट्स से बात की। पता चला कि वार्डन ने एक स्टूडेंट्स से गलत हरकत का प्रयास किया है। इसमें कितनी सच्चाई है, इसको जानने के लिए एक इंवेस्टिगेशन टीम बना दी है। वार्डन को नौकरी से निकला दिया है। मामले की पूरी तह तक जाएंगे।
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