नई दिल्ली. भारत में मीटू अभियान ने पिछले कुछ दिनों में जोर पकड़ा है। इसके तहत पिछले कुछ दिनों में यौन उत्पीड़न के कई मामलों के खुलासे हुए हैं। इसी बीच अमेरिका की एक डेटा एनालिसिस फर्म मेल्टवॉटर ने मीटू पर एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें कहा गया है कि अक्टूबर महीने में दुनियाभर में मीटू का सबसे ज्यादा 25% जिक्र (मेंशन) भारत में हुआ। मेल्टवॉटर के मुताबिक, मीटू जो कि शुरुआत में हॉलीवुड में उभरता मामला था, अक्टूबर के दौरान भारत मेंबढ़ते अभियान के तौर पर सामने आया।
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मेल्टवॉटर की रिपोर्ट में कहा गया है कि 1 से 30 अक्टूबर में दुनियाभर में जितना मीटू का जिक्र हुआ, उसका 25% अकेले भारत से था। इसके बाद मीटू का 22% जिक्र अमेरिका में हुआ।
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रिपोर्ट के मुताबिक, हॉलीवुड में इस अभियान के तहत उत्पीड़न के आरोपी कई बड़े डायरेक्टर, एजेंट्स, गायक और अभिनेताओं के नाम का खुलासा हुआ। धीरे-धीरे यह पूरी दुनिया में फैल गया। हाल ही में भारत सरकार के एक मंत्री पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है।
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मेल्टवॉटर की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के लिए इस साल मीटू अभियान बिल्कुल नया था। इसके बावजूद संपादकीय खबरों में इसका 28,900 बार जिक्र हुआ। इनमें करीब 95% खबरें महीने के मध्य में 10 से 18 अक्टूबर के बीच आईं।
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अक्टूबर में मीटू के दुनियाभर में हुए कुल मेंशन में ‘मीटू इंडिया’ का जिक्र करीब 49 हजार बार हुआ। इस दौरान सेक्शुअल हैरासमेंट (29 हजार मेंशन) और सेक्शुअल असॉल्ट (27 हजार मेंशन) जैसे शब्द भी सोशल मीडिया पर लोकप्रिय हुए।
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इसके अलावा सोशल मीडिया पर एक और हैशटैग ‘टाइम्सअप’ भी पिछले महीने काफी ट्रेंड हुआ। टाइम्सअप के तहत पीड़ित अपना उत्पीड़न करने वालों का नाम लेकर उन्हें रुकने की चेतावनी दे रहे हैं।