अमृतसर. सीनियर अकाली नेता और खडूर साहिब से सांसद रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने शिअद के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही एलान किया कि वे अब चुनाव भी नहीं लड़ेंगे। उन्होंने इसकी वजह बढ़ती उम्र और खराब सेहत बताई।
60 साल से पार्टी से जुड़े और चार बार मंत्री रहे ब्रह्मपुरा ने मंगलवार को अमृतसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने शिअद कोर कमेटी की सदस्यता और वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद समेत सभी ओहदे छोड़ दिए हैं।
ब्रह्मपुरा ने कहा अब सेहत इजाजत नहीं देती कि वह सियासत में सरगर्म रहें। बादल के 10 साल बड़े होने के बावजूद सरगर्म होने के सवाल पर कहा कि बादल जैसा कोई नहीं बन सकता। ‘वड्डे बादल अजे तगड़े ने, सुखबीर ते मजीठिया दे नाल होर वी वथेरे मुंडे-खुंडे हन, ओ पार्टी नूं संभाल लैणगे।’
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ब्रह्मपुरा ने कहा कि डेरामुखी को माफ करना और बरगाड़ी कांड के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई न होना पार्टी के खिलाफ गया। माफी मुद्दे पर उन्होंने कई बार विरोध किया, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनके साथ मौजूद पूर्व सांसद डाॅ. रतन सिंह अजनाला ने कहा कि आने वाले दिनों में वह भी बड़ा फैसला ले सकते हैं। कुछ दिन पहले ही सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।