नई दिल्ली.केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने अपने स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना और डीएसपी के खिलाफ घूस लेने के आरोपमें केस दर्ज किया है। अस्थाना पर मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के आरोपी मीट कारोबारीमोइन कुरैशी से उनके केस को निपटाने के लिए 2 करोड़ रुपए की घूस लेने का आरोप है। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जांच एजेंसी राजनीति में बदले की कार्रवाई का हथियार बन चुकी है। यह संस्था आज खुद से लड़ाई लड़ रही है।”
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सीबीआई अपने नंबर 2 अफसर पर एफआईआर दर्ज करने के बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। इस मामले में सीबीआई के डायरेक्टर अलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर ने अभी तक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी।
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अस्थाना 1984 आईपीएस बैच के गुजरात कैडर के अफसर हैं। उनके खिलाफहैदराबाद के एक बिजनेसमैन की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया। मोइन कुरैशी के साथ बिजनेसमैन के खिलाफ भी मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में जांच चल रही है।
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अस्थाना मामले की जांच कर रही एसआईटी के प्रमुख हैं। सीबीआई ने पिछले हफ्ते एक बिचौलिए मनोज कुमार को गिरफ्तार किया था। मनोज कुमार ने मजिस्ट्रेट के सामने दिए अपने बयान में अस्थाना को 2 करोड़ रुपए की घूस देने की बात कही थी।
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मनोज के मुताबिक, उसने यह घूस कुरैशी की तरफ से दी थी, जिसके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई जांच कर रही है। कुरैशी को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग को आरोपों में पिछले साल अगस्त में गिरफ्तार किया गया था।
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सीबीआई की इस कार्रवाई से डायरेक्टर आलोक वर्मा और अस्थाना आमने-सामने आ गए हैं। इससे पहले अस्थाना ने आलोक वर्मा पर लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ चल रहे रेलवे कैटरिंग भ्रष्टाचार मामले में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था।
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हालांकि, सीबीआई ने अस्थाना के आरोपों से इनकार कर दिया था। एजेंसी ने कहा था- अस्थाना के खिलाफ आधे दर्जन से ज्यादा मामलों में जांच चल रही है। अस्थाना अपने ऊपर लगे आरोपों की जांच करने वाले अफसरों को डराने की कोशिश कर रहे हैं।