अमृतसर. जोड़ा फाटक पर रावण दहन के वक्त हुए ट्रेन हादसे में रामलीला में रावण का किरदार निभाने वाले 32 साल के दलबीर सिंह की भी मौत हो गई। वे रामलीला का मंचन होने के बाद अपनी ड्रेस और स्मृति चिह्न घर पर रखकर रावण दहन देखने जा रहे थे। उनकी 8 महीने की बेटी है। जिसके साथ दलबीर की एक तस्वीर वायरल हो रही है। वहीं, बड़े भाई बलबीर ने चश्मदीदों के हवाले से बताया, दलबीर ने ट्रेन आती देख लोगों को पटरी से हटने को कहा। उसने ट्रैक से खींचकर तीन लोगों की जान बचाई, लेकिन खुद चपेट में आ गया।
बड़े भाई ने सुनाई दर्द भरी कहानी
– मृतक दलबीर के बड़े भाई बलबीर ने बताया, वa जोड़ा फाटक के पास कृष्णा नगर के वार्ड नंबर-24 में रहते हैं। छोटे भाई दलबीर को बचपन से ही रामलीला मंचन का शौक था। वह 8 साल की उम्र में रामलीला में अलग-अलग किरदार निभाने लगा था।
– रामलीला से महज 150 मीटर की दूरी पर घर था। रावण दहन से पहले दलबीर ड्रेस और स्मृति चिन्ह रखकर फाटक के रास्ते रामलीला स्थल पर लौट रहा था। तभी रावण दहन शुरू हो गया। इसी दौरान वह ट्रैक पार करने लगा तो डीएमयू ट्रेन आ गई। उसने ट्रेन देख ली थी। वह लोगों को बचाने लगा तो उसका खुद का पैर ट्रेन के नीचे आ गया। इसके बाद उसका सिर ट्रेन से टकराया और फट गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
– बलबीर का कहना है कि इसी ट्रैक पर 10 साल पहले नेत्रहीन पिता स्वर्ण सिंह की मौत हो गई थी। तब वे स्वर्ण शताब्दी की चपेट में आ गए थे। रोते हुए बड़े भाई ने कहा, हमें क्या पता था कि पिता के बाद अब छोटे भाई की भी इसी ट्रैक पर मौत होगी।
डेढ़ साल पहले ही हुई दलबीर थी शादी
– उन्होंने बताया, दलबीर की डेढ़ साल पहले ही शादी हुई थी। उसकी 8 महीने की बच्ची भी है। दलबीर और बलबीर घर में पतंग बनाने का कम करता था।
– घर की पहली मंजिल पर दोनों भाई रहते हैं, जबकि ग्राउंड फ्लोर पर दोनों पतंग बनाने का काम करते थे।
कब, कहां और कैसे हुआ हादसा ?
– अमृतसर में ये हादसा जोड़ा फाटक के पास पुराने धोबी घाट के पास हुआ। शुक्रवार शाम करीब 6.30 बजे सैकड़ों लोग ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे।
– इसी दौरान पहले पठानकोट-अमृतसर डीएमयू और फिर हावड़ा मेल ने 250 लोगों को कुचल डाला। जिससे 70 लोगों की मौत हो गई। जबकि प्रशासन ने 66 मौतों की पुष्टि की है। मेले में करीब 4000 लोग मौजूद थे।
– बताया जा रहा है कि ग्राउंड में जगह कम होने से सैकड़ों लोग पटरी पर खड़े थे। इसी बीच 6:50 पर जालंधर की ओर से लाइन नंबर 3 पर डीएमयू तेजी से आई और काटते हुए निकल गई। हादसे से लोग संभल पाते, तभी दूसरे ट्रैक पर एक और ट्रेन आ गई।
– पंजाब सरकार ने पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख और केंद्र ने 2-2 लाख मुआवजा राशि देने का ऐलान किया है। राष्ट्रपति, पीएम, गवर्नर ने भी हादसे पर दुख जताया है।
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