लुधियाना
पुलिस मुलाजिम बन कर कारोबारियों को लूटने वाले ईरानी गैंग के सरगना को थाना कोतवाली पुलिस ने मुंबई के रेड लाइट एरिया अम्बिवली की ईरानी बस्ती से काबू किया है। आरोपी का नाम सत्येंद्र ईरानी है। मुंबई पुलिस की मदद से आरोपी को काबू करने गई पुलिस टीम पर हुई पत्थरबाजी में थाना कोतवाली में तैनात दो पुलिस मुलाजिम भी जख्मी हुए हैं ।
फिलहाल पुलिस टीम मुंबई में ही डटी हुई है। अम्बिवली को लगते संबंधित थाना पुलिस ने गैंग सरगना और उसके साथियों पर पुलिस पर हमले का अलग केस किया है। वहीं, पुलिस सूत्रों की मानें तो कोतवाली पुलिस ने मुंबई पुलिस की मदद से गैंग सरगना से पूछताछ के बाद लुधियाना में वारदातों को अंजाम देने वाले तीन और आरोपी काबू किए हैं। अब थाना कोतवाली पुलिस अदालत से आदेश लेकर आज आरोपियों को लुधियाना लाएगी।
पीछे हटी मुंबई पुलिस, लुधियाना की टीम ने प्लान बना पकड़ा
पुलिस सूत्रों की मानें तो गैंग सरगना अम्बिवली में कई इललीगल काम करता है। उसने रेड लाइट इलाके में पूरा साम्राज्य स्थापित किया हुआ था। लुधियाना और मुंबई पुलिस ने जब अम्बिवली के रेड लाइट एरिया में रेड की तो वहां आरोपी को बचाने के लिए लोग पुलिस से भिड़ गए और जमकर पत्थरबाजी की। इससे पुलिस को पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा। मुंबई पुलिस ने दोबारा रेड करने के लिए मौके पर भारी पुलिस फोर्स बुलाई। इसी बीच लुधियाना से गई पुलिस टीम के मुलाजिम प्लान बना कर सिविल वर्दी में इलाके में घुस गए और हमलावरों की भीड़ में शामिल हो गए। जैसे ही पुलिस के दोबारा रेड करने पर पत्थरबाजी शुरू हुई, सिविल ड्रैस में मौजूद पुलिस मुलाजिमों ने फिल्मी तर्ज पर ही गैंग सरगना को गन-पॉइंट पर ले लिया। इसके बाद मजबूरन उसके साथी शांत हुए और पुलिस आरोपी को काबू कर सकी।
100 लोगों का गैंग, हर बार अलग आरोपी करते वारदात
जांच में सामने आया कि गैंग में 100 से ज्यादा मेंबर हैं। जो अलग-अलग राज्यों में वारदातें कर चुके हैं। एक बार जो आरोपी किसी राज्य में वारदात करता है वह दोबारा वहां नहीं जाता। यही कारण है कि पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाती थी। गैंग के मैंबरों ने 2017 में लुधियाना आकर पहली बार वारदात की थी। आरोपी लुधियाना से लौट गए और अपने गैंग के अन्य मेंबरों को लुधियाना में कारोबारियों के साफ्ट टारगेट होने की बात बताई। सितंबर में उसी गैंग के दूसरे मेंबरों ने लुधियाना आकर वारदातें कीं।
बस्ती में घुसने से डरती है पुलिस… रेड लाइट एरिया अम्बिवली की ईरानी बस्ती में रहने वाले क्रिमिनल खुद को इंडियन ईरानी कहते हैं। यहां के बच्चे, बड़े, महिलाएं सभी लूटपाट, चोरी, स्नेचिंग, नौसरबाजी, कत्ल समेत हर वारदात में शामिल हैं। इस बस्ती में घुसने से वहां की पुलिस भी डरती है। पुलिस पर पत्थरबाजी, मारपीट तो आम बात है इस बस्ती में तो कई बार पुलिस मुलाजिमों को घेर कैरोसिन डाल आग तक लगाने की वारदातें हो चुकी हैं।
मोबाइल नंबर डंप से आरोपी तक पहुंची पुलिस
पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपी गैंग सरगना के टच में थे। 30 सितंबर और 2 अक्टूबर को हुई वारदात के बाद पूरे इलाके में चल रहे हजारों मोबाइल नंबरों के डंप उठाए थे। महाराष्ट्र के नंबर पर दूसरे राज्यों के नंबर से बात होने का पता चला। पुलिस ने आरोपियों के सीसीटीवी फुटेज से निकाले फोटो पूरे देश की पुलिस को भेजे। इन्हीं क्लू से पुलिस आरोपियों तक पहुंची लेकिन पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही।
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