नई दिल्ली. माइक्रोसॉफ्ट ने मंगलवार को ‘टेक सपोर्ट स्कैम सर्वे 2018’ जारी किया। इसमें खुलासा हुआ कि एक साल में 68% भारतीय तकनीक संबंधित धोखाधड़ी के शिकार हुए। इनमें 14% लोगों ने अपना पैसा तक गंवा दिया। माइक्रोसॉफ्ट ने यह सर्वे 1000 भारतीयों पर किया था।
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माइक्रोसॉफ्ट की डिजिटल क्राइम यूनिट का कहना है कि तकनीक संबंधित धोखाधड़ी के मामले में पूरी दुनिया में सामने आ रहे हैं। हर 5 में से 3 व्यक्ति इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार हो रहा है। वहीं, 5 में से एक व्यक्ति धोखेबाजों के चक्कर में फंसकर अपना पैसा भी गंवा रहा है।
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सर्वे के मुताबिक, तकनीक संबंधित धोखाधड़ी के अधिकतर मामले टेक्निकल सपोर्ट सर्विस का झांसा देकर किए जा रहे हैं। ज्यादातर लोगों को कॉल करके ठगा जाता है। माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि इस तरह के मामलों में पैसे गंवाने के साथ-साथ लोग दिमागी रूप से भी काफी परेशान हो जाते हैं।
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हालांकि, रिपोर्ट में सामने आया है कि 2016 के मुकाबले 2018 में तकनीक संबंधित धोखाधड़ी के मामलों में कमी आई। 2016 में 80% लोग धोखाधड़ी के शिकार बने, जबकि 2018 में ऐसे लोग महज 68% रह गए। सर्वे के मुताबिक, 40% लोग अब भी फ्रॉड जैसे मामलों से जूझ रहे हैं, जबकि 28% लोग पुरानी घटनाओं से सबक ले चुके हैं।