चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के विधायक व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर विधायकों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन हाउस से माफी मांगें। खैहरा ने आरोप लगाया कि अगस्त में विधानसभा में एक सवाल के जवाब में जेलों में राशन की खरीद के मामले में सदन को गुमराह किया था।
खैहरा ने कहा, मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बताया था कि कहा था कि जेलों में राशन की खरीद में नियमों का पालन किया है, लेकिन इस संबंध में जेल प्रशासन ने आरटीआइ के जवाब में स्वीकार किया है कि 28 करोड़ से ज्यादा का राशन बिना टेंडर के खरीदा गया था। खैहरा ने कहा कि पंजाब के 29 जेलों में 2013 से 2016 के बीच कैदियों के लिए राशन की खरीद में न तो टेंडर लगाए गए और न ही ई टेंडरिंग करवाई गई। एक बड़ी कंपनी से जेल प्रशासन ने 28 करोड़ रुपये से ज्यादा का राशन लिया, लेकिन यह बिना टेंडर के खरीदा गया।
आप विधायक ने पूछे थे सवाल
खैहरा ने कहा कि कोटकपूरा से आप विधायक कुलतार सिंह संधवा ने अगस्त में हुए विधानसभा सत्र में 133 नंबर पर सवाल किया था। संधवा ने तीन सवाल किए थे कि 2013 से 2016 तक 29 जेलों में बाजार की कीमत से ज्यादा दरों पर राशन की खरीद बिना टेंडर के की गई थी या नहीं।
खैहरा ने कहा कि इसके जवाब में कैप्टन ने कहा था कि ऐसा नहीं है। दूसरा सवाल था कि जेलों में राशन की खरीद में लापरवाही के चलते सरकार को 100 करोड़ का नुकसान हुआ था। इसके जवाब में कैप्टन ने कहा था यह सही नहीं है। तीसरा सवाल था कि इसके लिए जिम्मेवार के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई।
घोटाले पर पर्दा डालने का आरोप
खैहरा ने इस संबंध में आरटीआइ की ओर से सरकार से मांगी गई जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि सरकार ने स्वीकार किया है कि उक्त तीन सालों में 28 करोड़ 12 लाख से ज्यादा राशन खरीदा गया था। यह खरीद एक फूड चेन के बड़े स्टोर से की गई थी। साथ ही खरीद में टेंडर की प्रक्रिया नहीं अपनाई गई थी।
खैहरा ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री ने सदन व माननीय विधायकों को गलत जानकारी दी। इसलिए उन्हें सदन में माफी मांगनी चाहिए। साथ ही इसकी पोल खुल गई कि कैप्टन व बादल परिवार फ्रेंडली मैच खेल रहे हैं। क्योंकि यह घोटाला पिछली सरकार के कार्यकाल में हुआ था और कैप्टन खुद उस पर पर्दा डाल रहे हैं।