असम के तिनसुकिया जिले में गणतंत्र दिवस के मौके पर शुक्रवार को कम तीव्रता वाले तीन बम धमाके हुए. इसके अलावा बंद के आह्वान के दौरान पुलिस की गोलीबारी में घायल हुए दो लोगों की मौत हो जाने के बाद दीमा हसाओ के माइबोंग में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाना पड़ा.
पुलिस ने बताया कि उसने लखीमपुर जिले में गुरुवार रात तलाशी अभियान के दौरान एक आईईडी और दो जिलेटिन की छड़ें बरामद कीं. तीन विस्फोटों को तिनसुकिया जिले में दो अलग-अलग स्थानों पर उल्फा (आई) के संदिग्ध उग्रवादियों ने अंजाम दिया.
पुलिस ने बताया कि विस्फोटों में किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है. पुलिस ने बताया कि दो विस्फोट चंद मिनट के अंतराल पर जागुन थाने के निकट एक नाले में हुए और तीसरा धमाका लीडो थाने के निकट तिरप कोलियरी में हुआ.
पुलिस महानिदेशक मुकेश सहाय ने गुवाहाटी में संवाददाताओं से कहा कि विस्फोट कम तीव्रता के थे और इसे उल्फा (आई) ने अपने अस्तित्व को दिखाने के लिये अंजाम दिया. पुलिस ने बताया कि जांच चल रही है और जिले में सुरक्षा के उपाय और कड़े कर दिये गए हैं.
उधर, दीमा हसाओ के माइबोंग इलाके में कल अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया. ऐसा बंद के दौरान ट्रेन पर हमला करने वाली उग्र भीड़ और पुलिस के बीच संघर्ष के बाद करना पड़ा. पुलिस की गोलीबारी में घायल हुए दो लोगों की मौत हो गई.
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘एक व्यक्ति की जहां गुवाहाटी में अस्पताल ले जाने के दौरान मृत्यु हो गई, वहीं दूसरे की आज सुबह अस्पताल में मृत्यु हो गई. उग्र भीड़ ने कल माइबोंग रेलवे स्टेशन पर हमला किया था और 12 घंटे के दीमा हसाओ बंद के दौरान यात्रियों को ट्रेन से उतार दिया था.
सूत्रों ने बताया कि हालात पर नियंत्रण करने के लिये पुलिस ने हवा में गोली चलाई जिसमें 10 लोग घायल हुए. दीमा हसाओ को ग्रेटर नगालिम में शामिल करने के लिये विभिन्न संगठनों ने बंद का आह्वान किया था.